(१)
कभी फुर्सत में चले आना,हँस के जी लेंगे
ज़िक्र उनका न करेंगे होंठ सी लेंगे
दिल तो आखिर दिल है उदास भी हो सकता है
दर्द गर बढ़ भी गया दिल का,जाम पी लेंगे
(२)
हम मुहब्बत के पुजारी हैं इश्क करते हैं
ग़म के सहरा पे चलनें का दम भरते है
दर्द का रिश्ता तो इस दिल पुराना है दोस्त
हम तो तन्हाई में जीने का हुनर रखते हैं
(3)
बेगुनाही का सबूत हमसे न मांगो यारो
हमने तो चाहा,खता इतनी सी थी…
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 31, 2012 at 11:00am — 5 Comments
बेवफा थे बेवफा हो बेवफा ही रहो
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 29, 2012 at 12:39pm — 5 Comments
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 28, 2012 at 4:54pm — No Comments
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 23, 2012 at 10:29am — 3 Comments
जश्न-ए-ईद
रिपोर्ट : दीपक शर्मा 'कुल्लुवी'
Photo:Deepak kulluvi,Jawed naqvi sahib,Krishna,Md.Hamid Khan Sahib,Arundhati Roy,Yasmin Khan,Kumud,Zoya & her friends
जश्न-ए-ईद मनाने का खूबसूरत मौक़ा हमें इस बार फिर हिन्दोस्तान की जानी मानी हस्तियों के साथ हिदो'स्तानी शास्त्रीय संगीत के मशहूर गायक 'मोहम्मद…
ContinueAdded by Deepak Sharma Kuluvi on August 22, 2012 at 1:02pm — 3 Comments
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 20, 2012 at 12:32pm — 3 Comments
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 18, 2012 at 2:46pm — No Comments
मोहे मिला था सब कुछ लेकिन सब कुछ छूटा जाए
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 17, 2012 at 11:00am — 4 Comments
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 16, 2012 at 3:40pm — 2 Comments
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 14, 2012 at 2:39pm — 3 Comments
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 14, 2012 at 12:41pm — 2 Comments
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 4, 2012 at 4:54pm — 5 Comments
आज राखी का पावन त्यौहार था I बेचारा गरीब सुबह से ही नहा धोकर नई टी शर्त पहन कर बैठ गया किसी कोरियर वाले या डाकिए के इंतज़ार में क्योंकि उसकी कहने को तो चार बहनें थी लेकिन उनकी राखी उसे अब तक न मिली थी लेकिन उसे पूरी उम्मीद थी की आज तो राखी आएगी ज़रूर जिन्हें वह अपनी कलाई में पहनेगा I
Added by Deepak Sharma Kuluvi on August 1, 2012 at 12:04pm — 4 Comments
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