मैं कौन हूँ?
ये सोच कर ,
विचार कर ,
परेशान हो गया ,
मेरी सोचने की क्षमता,
बेकार हो गई !
मैं कौन हूँ ?
मन बोला मैं पंडित ,
मेरी बातो में दम हैं ,
इस धरती पर ,
सबसे बुद्धिशाली ,
मैं सबसे गुणी ,
मगर जो ,
हश्र रावण का हुआ ,
वो सोच मैं बेजार हो गया !
मैं कौन हूँ ?
मगर मन भटकता रहा ,
अपने बल पे गरूर था ,
डरते हैं लोग सारे ,
अच्छो अच्छो को ,
पस्त कर डाला ,
मगर जो ,
हश्र…
Added by Rash Bihari Ravi on December 27, 2010 at 3:30pm — 14 Comments
आया जब मैं उज्जवल बेला ,
हसी ख़ुशी का मस्त सवेरा ,
था सब अपना नही पराया ,
ये सब उन लोगो से पाया ,
सोचता हूँ मैं अक्सर यारा ,
मेरी बारी कब आएगी !…
Added by Rash Bihari Ravi on December 23, 2010 at 7:00pm — 3 Comments
कोई अभिनव कोई बागी कोई हैं प्रभाकर ,
सच कहू धन्य हुआ OBO इन्हें पाकर ,
सलिल जी की शायरी मस्त भरी गीत हैं ,
आती हैं मस्ती मन में जोगेंद्र ब्लॉग पाकर ,
नविन राकेश राणा इसके तो सितारे हैं ,
नीलम जी, रंजना जी, अनीता जी आकर
दीपक शर्मा जी की बाते निराली हैं ,
बिजय , प्रीतम , और रत्नेश भाई अक्सर ,
गुरु भी धन्य हुए इन सब को संग पाकर ,
सतीश जी के गीत मन को भोराकर ,
लिखते अच्छे ब्लॉग…
Added by Rash Bihari Ravi on December 22, 2010 at 7:30pm — 6 Comments
हैं तुझपे नाज आज जो तुने कर दिया ,
हार हुई मगर तुने दर्द किनारा कर दिया ,
जय हो तेरी जय हिंदुस्तान की हो ,
सतकबीर जय तेरी उस धार की हो ,
Added by Rash Bihari Ravi on December 20, 2010 at 5:43pm — No Comments
बड़े भोले हम भारत वासी ,
जादू तो हमपे चल जाता हैं ,
कोई लूटे लाखो काटे चाँदी ,
मेहरबानी हम कर जाते हैं ,
ये सब हुई अब पुरानी बाते ,
खुल रही हैं अब अपनी आँखे ,
अब चोरो को मार भगायेंगे ,
जो कम करेंगे आगे जायेंगे ,
वो भी अब ना बच पायेंगे ,
जो बने उनका रहम वाली ,
बड़े भोले हम भारत वासी ,
अब जो भी लूट मचाएगा ,
वो एक दिन पकड़ा जायेगा ,
उसकी कुशल नही अब यारो ,
कानून अपना चक्कर चलाएगा ,
जो कानून को धोखा दे जाये ,
तब गुरु…
Added by Rash Bihari Ravi on December 11, 2010 at 11:30am — 2 Comments
आँखों में सपने सजाये हुए - सजाये हुए ,
आज द्वार पे तेरे हम आये हुए ,
दरस तू देदे एक झलक दिखा दे ,
मन की अर्ज यार पूरा तू कर दे ,
सच आँखों में सूरत बसाये हुए - बसाये हुए ,
आँखों में सपने सजाये हुए - सजाये हुए ,
तुमसे ही जीवन ये पार लगेगी ,
तेरे ही चाहत में जीवन कटेगी ,
तू तो साथी मेरे सुख दुःख के यारा ,
रखूँगा पलकों में छुपाये हुए - छुपाये हुए ,
आँखों में सपने सजाये हुए - सजाये हुए ,
Added by Rash Bihari Ravi on December 10, 2010 at 4:16pm — 1 Comment
तेरा रूप गोरी मनमोहक ,
मेरे मन को बहकाये ,
मैं दूर ना रहना चाहूँ ,
ये पास मुझे ले आये ,
तेरी बाते अच्छी लगती हैं ,
ये मन को चहकाये ,
तेरा रूप गोरी मनमोहक ,
मेरे मन को बहकाये ,
चलना चाहूँ साथ तेरे ,
रहे हाथो में तेरा हाथ मेरे ,
होती रहे दिलकश बाते ,
आँख यूं ही मुस्काये ,
तेरा रूप गोरी मनमोहक ,
मेरे मन को बहकाये ,
इस जहाँ में तेरे सिवा ,
कोई नहीं हैं मेरे लिए ,…
Added by Rash Bihari Ravi on December 10, 2010 at 1:30pm — 2 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on December 9, 2010 at 1:54pm — 1 Comment
Added by Rash Bihari Ravi on November 22, 2010 at 11:00am — 3 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on November 20, 2010 at 1:30pm — 4 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on November 13, 2010 at 4:30pm — 2 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on November 6, 2010 at 6:30pm — No Comments
Added by Rash Bihari Ravi on November 3, 2010 at 12:30pm — 3 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on October 27, 2010 at 2:00pm — No Comments
Added by Rash Bihari Ravi on October 26, 2010 at 4:30pm — No Comments
Added by Rash Bihari Ravi on October 25, 2010 at 3:30pm — 8 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on October 18, 2010 at 7:30pm — 5 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on October 7, 2010 at 6:30pm — No Comments
Added by Rash Bihari Ravi on October 5, 2010 at 8:48pm — 2 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on October 1, 2010 at 12:30pm — 3 Comments
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