खास आदमी जीने के, मौके करे तलाश
Comment
bagde ji jeevan ki sachhai ka sunder bayan badahi
वाह
होना होनी के लिये ,करना अपने हाथ...वाह बहुत बढ़िया बात अविनाश जी
अलग अलग है बानगी ,अलग अलग है रंग।
जारी है हर मोड़ पे, इस जीवन की जंग।।आदरणीय अविनाश सर नमस्कार .. बहुत बढिया !!!.इन उधृत पंक्तियों पर बधाई स्वीकार करें
अलग अलग है बानगी ,अलग अलग है रंग।
आदरणीय सर बेहद सुन्दर व सार्थक प्रस्तुति है खास और आम आदमी के बीच का अंतर सिखलाती सुन्दर पंक्तियाँ बधाई स्वीकारें .
अलग अलग है बानगी ,अलग अलग है रंग।
सुन्दर द्विपदियाँ आ.अविनाश जी,
शिल्प पर थोडा सा समय दे कर इन्हें दोहों की तरह साध सकते हैं.
सादर.
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