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सिखाते क्यों हमें हो तुम वही इतिहास की बातें
दिलों में घोलकर नफरत नये विश्वास की बातें
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बताओ घर बनेगा क्या हमारा आसमानों में
जमीनें छीन के करते सदा आवास की बातें
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कहाँ से हो कठौती में हमारे गंग की धारा
बिठाई ना मनों में जब कभी रविदास की बातें
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बहाकर अश्क भी यारो कहाँ दुख दूर होते हैं
गमों से पार पाने को करो परिहास की बातें
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हमारे देवता जो हैं करम तक आ न पाये हैं
दिया पतझड़ हमेशा ही, कही मधुमास की बाते
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हुआ होगा कभी मजनू जिसे था प्यार रूहों से
मगर इस युग चली आयी सदा सहवास की बातें
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मुझे लगती नहीं अच्छी 'मुसाफिर’ फितरतें तेरी
अगर बरसात भी हो तो करोगे प्यास की बातें
मैलिक व अप्रकासित
लक्ष्मण धामी ’मुसाफिर’
Comment
आदरणीय बन्दना जी आपने ग़ज़ल पर गौर फ़रमाया और प्रशंशा की , इसके लिए हार्दिक धन्यवाद .
आदरणीय शिज्जू भाई ग़ज़ल पर आपकी टिप्प्णी से संतोष हुआ कि इस बार कोई कमी नहीं रही .हार्दिक धन्यवाद
आदरणीय कुंती बहन उत्साहवर्धन के लिए आभार .
आदरणीय भुवन भाई ग़ज़ल की प्रशंसा और असआरो के विश्लेषण के लिए बहुत बहुत हार्दिक धन्यवाद .
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कहाँ से हो कठौती में हमारे गंग की धारा
बिठाई ना मनों में जब कभी रविदास की बातें
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बहाकर अश्क भी यारो कहाँ दुख दूर होते हैं
गमों से पार पाने को करो परिहास की बातें
बढ़िया ग़ज़ल आदरणीय
आदरणीय लक्ष्मणजी इस गज़ल के लिये बहुत बहुत बधाई आपको
कहाँ से हो कठौती में हमारे गंग की धारा
बिठाई ना मनों में जब कभी रविदास की बातें *......बहुत सुंदर.
सिखाते क्यों हमें हो तुम वही इतिहास की बातें
दिलों में घोलकर नफरत नये विश्वास की बातें Fabulous
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बताओ घर बनेगा क्या हमारा आसमानों में
जमीनें छीन के करते सदा आवास की बातें The real picture of society and politics
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कहाँ से हो कठौती में हमारे गंग की धारा
बिठाई ना मनों में जब कभी रविदास की बातें makes mespeechless
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बहाकर अश्क भी यारो कहाँ दुख दूर होते हैं
गमों से पार पाने को करो परिहास की बातें simply great philosophy
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हमारे देवता जो हैं करम तक आ न पाये हैं
दिया पतझड़ हमेशा ही, कही मधुमास की बाते just great!
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हुआ होगा कभी मजनू जिसे था प्यार रूहों से
मगर इस युग चली आयी सदा सहवास की बातें bitter reality
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मुझे लगती नहीं अच्छी 'मुसाफिर’ फितरतें तेरी
अगर बरसात भी हो तो करोगे प्यास की बातें what an expression!
Congratulations sir!
आदरणीय भाई शुशील जी ग़ज़ल कि प्रशंसा के लिए हार्दिक धन्यवाद .
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