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ख़ूबसूरत ग़ज़ल हुई है समर साहब। दाद कुबूल कीजिए
आदरणीय समर कबीर साहब,बहुत ही सुन्दर रचना है
ये सोचा है कि इज़हार-ए-मुहब्बत कर ही डालूंगा
अगर हो जाएगा उन से मिलन फागुन की मस्ती में....शानदार , हार्दिक बधाई आपको ! सादर
फागुन की मस्ती में.. इस मस्त करती ग़ज़ल के लिए ढेर सारी दाद कुबूल करें, आदरणीय समर कबीर साहब..
होली के हार्दिक शुभकामनाएँ
जनाब समर कबीर साहब बेहतरीन रवाँ ग़ज़ल है हर शेर लाजवाब है हर लिहाज से बेहद कसी हुई ग़ज़ल है दिली दाद कुबूल फरमायें
ग़ज़ल ये आपकी सच में बढ़ा दी और मस्ती को
सभी अशआर पढ़ के हूँ मगन फागुन की मस्ती में ॥
आदरणीय समर भाई , इस मस्ती भरी ग़ज़ल के लिये दिली मुबारकबादें हाज़िर हैं , कुबूल फरमायें ॥
आदरणीय समर कबीर से मतले से मकते तक जानदार शानदार फागुन की मस्ती है
बहुत ही उम्दा और बेहतरीन ग़ज़ल हुई
विशेष रूप से ये अशआर तो कमाल है -
ये सोचा है कि इज़हार-ए-मुहब्बत कर ही डालूंगा
अगर हो जाएगा उन से मिलन फागुन की मस्ती में........... वाह
अगर वो सामने होते तो मस्ती और बढ़ जाती
है दिल में एक मीठी सी चुभन फागुन की मस्ती में.... सुन्दर
वहीं ख़ैमे लगाकर फाग का उत्सव मनाते हैं
जहाँ लग जाए बंजारों का मन फागुन की मस्ती में......... बेहतरीन
मिरी मदहोशियों में चाँद पूनम का भी शामिल है
मिला देता है ये अपनी किरन फागुन की मस्ती में..... उम्दा
ये सोचा है कि इज़हार-ए-मुहब्बत कर ही डालूंगा
अगर हो जाएगा उन से मिलन फागुन की मस्ती में
अगर वो सामने होते तो मस्ती और बढ़ जाती
है दिल में एक मीठी सी चुभन फागुन की मस्ती में
वहीं ख़ैमे लगाकर फाग का उत्सव मनाते हैं
जहाँ लग जाए बंजारों का मन फागुन की मस्ती में
आहा..... मज़ा आ गया ...आदरणीय कबीर साहब ...अब लग रहा है की फागुन की मस्ती छ गई है |इतनी दिलकश ग़ज़ल हुई है कि मन बार बार झूम रहा है |इसी झूम में एक ग़ज़ल मुझसे भी हो गई है (जल्द पोस्ट कर रहा हूं ) इस बेहतरीन ग़ज़ल और मस्त.. मस्त ..मस्त अशआरों के लिए हार्दिक बधाई |सादर अभिनन्दन |
सखी मन का मयूरा है मगन फागुन की मस्ती में
पिया से जा लगे मोरे नयन फागुन की मस्ती में
बहुत सुंदर गज़ल है फागुन की मस्ती में
हृदय खिलता कमल है फागुन की मस्ती में
ये सब टैसू के फूलों की बदौलत है "समर"देखो
गुलाबी हो गया नीला गगन फागुन की मस्ती में - बहुत सुंदर | हार्दिक बधाई
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