दोहे की टेक ले कर उल्लाला छंद पर गीत (उल्लास )
जब तक जीवन में रहे , जीवित हास प्रहास ।
लायेंगी खुशियाँ तभी , जीवन में उल्लास ।
तम करता जब नृत्य है , उगता तब आदित्य है ।
पूर्वजों का कथ्य है , लेकिन बिल्कुल सत्य है ।
तन में श्रम की शक्ति हो , मन में हो विश्वास ।
लाएँगी खुशियाँ तभी , जीवन में उल्लास ।
अहम वहम को छोड़ दे , ईर्ष्या का रुख मोड़ दे ।
नफ़रत को झ्न्झोड़ दे , दिल से दिल को जोड़ दे ।
आयेगा चल कर तभी , तेरे पास उजास…
Added by rajesh kumari on May 22, 2018 at 5:40pm — 4 Comments
1222 1222 1222 1222
मुख़ालिफ़ होअगर मौसम तो कुछ अच्छा नहीं रहता
बदलते वक्त में कोई कभी अपना नहीं रहता
कोई इंसान रिश्तों के बिना जिंदा नहीं रहता
मुहब्बत के बिना पक्का कोई रिश्ता नहीं रहता
बुजुर्गों को दुखी करने से पहले सोच ये लेना
शज़र जब सूख जाता है कोई पत्ता नहीं रहता
जहाँ पर मुफलिसी बच्चों से बचपन छीन लेती है
किसी बच्चे के दिल में भी वहाँ बच्चा नहीं रहता
ज़रूरत ज़िस्म की जिनको मशीनों सा बना…
Added by rajesh kumari on May 19, 2018 at 10:46pm — 15 Comments
१२१२ ११२२ १२१२ २२
तुम अपने दस्त-ए-हुनर से समां बदल डालो
अगर पसंद नहीं है जहाँ बदल डालो
गुबार दिल में दबाने से फ़ायदा क्या है
सुकून गर न मिले आशियाँ बदल डालो
उदास गुल हैं जहाँ तितलियों नहीं जाती
तुम अपने प्यार से वो गुलसितां बदल डालो
जहाँ तलक न पहुँचती ज़िया न बादे सबा
तो फ़िर ये काम करो वो मकां बदल डालो
भरोसा है तुम्हें तीर-ए-नज़र पे तो जानाँ
अगर कमाँ है मुख़ालिफ़ कमाँ बदल डालो
अभी अभी तो हुआ है…
Added by rajesh kumari on May 10, 2018 at 6:28pm — 20 Comments
2019
2018
2017
2016
2015
2014
2013
2012
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |