Added by Neeraj Nishchal on June 23, 2016 at 12:21am — 2 Comments
2222 2222 2222 2222
दिन रात भरी तनहाई में इक उम्र गुज़ारी भी तो है ।
पाकर तुमको एहसास हुआ इक चीज हमारी भी तो है ।
हम बैठ तसव्वुर में तेरे बस ख्वाब नहीं देखा करते,
तेरी सूरत इन आँखों से इस दिल में उतारी भी तो है…
ContinueAdded by Neeraj Nishchal on June 17, 2016 at 10:00am — 12 Comments
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