Comment
आदरणीय समर साहब , कसम से मुझे यह विधा बहुत प्यारी लगती है , और आप , मिथिलेश भाई , निलेश जी , शिज्जू सर , और खुर्शीद भाई इसके बड़े जानकार , सच में मन करता है कभी इस पर सब बैठें और मैं सीख लूं ! बहरहाल आपको इस रचना पर बहुत - बहुत बधाई ! सादर
ख़ुद ही देखी है किसी को न दिखाई मैंने
तेरी तस्वीर तसव्वुर से बनाई मैंने
ख़ाक पड़ जाएगी कितने ही हसीं चहरों पर
आईने से जो कभी गर्द हटाई मैंने
मुझको पाबंदियाँ ओरों की गवारा ही नहीं
ख़ुद ही अपने लिये ज़ंजीर बनाई मैंने
आदरणीय समर कबीर जी बहुत ही बेहतरीन और उम्दा ग़ज़ल हुई है
शेर दर शेर दाद कुबूल फरमाएं
आदरणीय समर भाई , किसी एक दो शे र की क्या बात , पूरी गज़ल मे आपकी उस्तादी की छाप है , जितनी चाहें आप बधाइयाँ हाज़िर है
आपको हृदय बधाइयाँ ॥
"क्या बात है ..... बहुत खूब ... बधाई आप को " |
वाह वाह ...हर शेर ग़जब ....बधाई
आहा ...वाह वाह ..क्या ज़िन्दाबाद ग़ज़ल हुई है ..बहुत बहुत बधाई
ख़ुद ही देखी है किसी को न दिखाई मैंने
तेरी तस्वीर तसव्वुर से बनाई मैंने
ख़ाक पड़ जाएगी कितने ही हसीं चहरों पर
आईने से जो कभी गर्द हटाई मैंने
वाह आदरणीय … कायल हो गए आपकी कलमगिरी के … क्या कहें और कैसे कहें आपकी तारीफ़ में … बहरहाल दिली दाद कबूल फरमाएं सर।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online