74 members
171 members
555 members
393 members
121 members
कई रोज से खाली पेट थी
संभाल न सकी भूख
पसीज कर
दया करूणा ने
दो रोटी दस रूपये में
इतना भरा उसका पेट
फिर नौ माह
फूला रहा
वो कुत्ता बिल्ली नहीं थी
बिना किसी एवज
भूख मिटा दी जाती
विक्षिप्त थी तो क्या
थी तो स्त्री…
Posted on January 13, 2015 at 8:30pm — 30 Comments
काठमांडू नेपाल में होटल शंकर में अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकला मंच मुरादाबाद द्वारा आयोजित दिनांक 8 जून से 11 जून तक हुई अंतराष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी में द्वारा 134 लेखकों को लेकर संपादित की गई पुस्तक त्रिसुगंधि गीत ग़ज़ल व कविताओं का संकलन 296 पृष्ठों की इस पुस्तक का लोकापर्ण करते अतिथिगण , कार्यक्रम के अध्यक्षडॉ हरिराज सिंह नूर पूर्व कुलपति इ .वी .वी, मुख्य अतिथि थे डॉ आर के मित्तल कुलपति टी .एम .यू…
ContinuePosted on June 16, 2013 at 8:30pm — 18 Comments
साथियों, मैं एक शोध पत्र तैयार कर रही हूँ जो आगामी अखिल भारतीय साहित्यकला मंच द्वारा काठमाण्डु (नैपाल) में आयोजित (अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी समारोह - 8 जून 2013 से 11 जून, 2013 तक) में पढ़ा जायेगा, इस निमित ओ बी ओ के समस्त साहित्यकारों से विनम्र निवेदन के साथ कहना है कि यदि आप सभी के माध्यम से मुझे विदेशों में रहने वाले भारतीय साहित्यकारों की सूची, उनके द्वारा सृजित साहित्य, व उनके द्वारा सम्पादित पत्र पत्रिकाओं की सूची उपलब्ध हो सकती हो तो कृपया उपलब्ध करायें, यदि आप…
ContinuePosted on March 13, 2013 at 10:30pm — 4 Comments
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
Switch to the Mobile Optimized View
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
Comment Wall (43 comments)
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online
सदस्य कार्यकारिणीमिथिलेश वामनकर said…
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...
" जन्मदिन की हार्दिक बधाई व् शुभकामनायें ", आदरणीया आशा जी
बहुत सुंदर सब कुछ शब्द भी, आवाज़ भी, सुर भी , शब्द कम पड़ गये है मेरे पास। निशब्द हूँ आपकी इस रचना के सम्मुख ..
आदरणीया asha pandey ojha जी!
ना मिले उस दर्द से निजात मौला
हो जिसमे उसकी याद साथ मौला
रंजो गम जहाँ के हंस कर सह जाऊ
जो हो मेरे सर पे तेरा हाथ मौला
पाकर जरा सी ख़ुशी मगरूर हो जाये
आदमी की इतनी है औकात मौला
या तो सिर्फ हमको इंसान बना
या तो फिर माथे पे लिख दे जात मौला
तेरा ही रचाया हुआ एक खेल है दुनिया
तेरा बन्दा चला तुझको देने मात मौला
शुभकामनाये आदरणीया asha pandey ojha जी!
सादर वेदिका
आदरणीया आशा पाण्डेय जी " त्रिसुगंधि " के लिए रचनाएँ आमंत्रित करने का अत्यंत नेक कार्य अपने किया है। बहुत बहुत शुभकामनायें।हम जैसे नए लिखने वालों के लिए ऊर्जा का संचार किया है आपने। बहुत बहुत साधुवाद .
नमस्कार ....फेसबुक पे तो आप से तीन साल से जुडा हूँ, ....ओ.बी.ओ. में पहली बार. ओ.बी.ओ.से कई सालों से जुडा हूँ पर ज्यादा वक्त नहीं दे पाता.
बधाई के लिए आपका अतिशय धन्यवाद।
विजय निकोर
wish you a very happy birthday
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
View All Comments