Added by Rahila on March 27, 2017 at 10:00pm — 9 Comments
करेंगें दम से खूब धमाल,
इक दिन आगे पहुंचे ससुराल।
पहली होली संग साली के,
सोच के हो गये गुलाबी गाल।।
हुयी रात जो घोड़े बेचे,
सो गये हम ,चादर को खेंचे।
ले कालौंच,खड़िया और गेरू,
बैठी चौकड़ी,खाट के नीचे।
हो गयी शुरू ,रात से होली ,
इधर अकेले ,उधर हुल्लड़ टोली,
गब्बर सिंह बन,देख के खुद को
भूल गये सब हंसी ठिठोली ।
खूब उड़ा फिर अबीर ,गुलाल
मुंह काला ,अंग पीला लाल,
पकड़ ,पकड़ के ऐसा पोता
उड़ गये तोते देख धमाल।।…
Added by Rahila on March 21, 2017 at 2:00pm — 14 Comments
Added by Rahila on March 15, 2017 at 11:28am — 4 Comments
Added by Rahila on March 6, 2017 at 12:18pm — 5 Comments
Added by Rahila on March 4, 2017 at 11:38am — 9 Comments
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