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कभी कभी शब्द आकार नहीं लेते
और मैं बह जाती हूँ अक्षरों में

सुनो ध्यान से ये क्या कहते है ?

खामोश हैं ???

नहीं इनमे कलकल का नाद है

मधुर गीत है और विस्फोट की आवाज है

इनमे शोर है तो मौन शान्ति की तृप्ति है

इनमे खो जाना

ठीक उसी तरह से है

जैसे क्रियान्वयन से बहुत पहले  

भावनाओं में बहना..

ये बोलते है

दुनियाँ की हज़ार भाषाएं

इनमे समन्वित है कितनी ही भावनाएं|

आओ बह जाये अक्षरों में आज

रच लें अपने पसंद का संसार | ... 

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सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 14, 2013 at 7:45am

भावनाओं की अभिव्यक्ति की प्रारंभिक अवस्था शब्दाग्रह ही है. आपकी इस कोशिश पर दिल से बधाई...


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on April 5, 2013 at 7:12pm

आदरणीया डॉ. नूतन जी,

अक्षरों का संसार जितना दृश्य व श्रव्य.. उससे कहीं ज्यादा अश्रव्य अनाभिव्यक्त..

पहला आयाम हमारी भावनाओं का जो शब्दाभिव्यक्ति की खोज में अक्षर संसार में कभी शांत तो कभी क्लांत मन ही मन उलझती रहती हैं

और दूसरा हमारे अध्यात्म के ज्ञान से निस्सृत बेहद गहन... कि शब्द नाद ही सृष्टि की अभिव्यक्ति का कारण भी है.

इस मनस-चिंतन को विस्तार देती अभिव्यक्ति के लिए हार्दिक बधाई 

Comment by Ashok Kumar Raktale on April 5, 2013 at 1:08pm

वाह! शब्द बनना, शब्दों की खामोशी को सुनना शब्द शब्द चलना और शब्दों की रो में बह जाना. सुन्दर रचना आदरणीया डॉ. नूतन डिमरी गैरोला जी.

Comment by ram shiromani pathak on April 5, 2013 at 11:57am

आदरणीया, डॉ नूतन डिमरी गैरोला जी,.बहुत सुन्दर  बधाई स्वीकारें।

Comment by vijay nikore on April 5, 2013 at 10:42am

//कभी कभी शब्द आकार नहीं लेते
और मैं बह जाती हूँ अक्षरों में//

नूतन जी, यह दो पंक्तियाँ ही बहुत कुछ कह गई हैं।

बधाई।

सादर,

विजय निकोर

 

 

Comment by डॉ नूतन डिमरी गैरोला on April 5, 2013 at 9:24am

Sadar dhanyvaad Kunti ji..

Comment by coontee mukerji on April 5, 2013 at 1:58am

डॉ नूतन जी, शब्दों के भाव बहुत गहरे है. अति सुंदर .

Comment by डॉ नूतन डिमरी गैरोला on April 4, 2013 at 11:18pm

धन्यवाद केवल जी ...

Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on April 4, 2013 at 11:15pm

आदरणीया, डॉ नूतन डिमरी गैरोला जी,  अक्षर अर्थात शब्द इनकी तो बस भावनाएं ही हैं इनकी कोई जाति- धर्म, भेद -भाव नहीं होते हैं..बहुत सुन्दर चित्रण बधाई स्वीकारें।

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