आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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मोहतरम जनाब आरिफ साहिब , प्रदत्त विषय को परिभाषित करती सुन्दर लघु कथा के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं ---
अच्छी लघु कथा लिखी है आद० आरिफ साहिब बधाई स्वीकार करें |
यही सत्य है हमारी न्याय प्रणाली का हार्दिक बधाई इस रचना पर आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी
आ. मोहम्मद आरिफ़ जी प्रथम ओबीओ मे रचना प्रस्तुति हेतु अभिनंदन स्विकार करे. आपका प्रयास सफ़ल रहा एस हेतु बधाई
आदरनीय मोहम्मद आरिफ जी बहुत सुंदर बात कही है आप ने . बधाई आप को .
हार्दिक बधाई आदरणीय मोहम्मद आरिफ़ जी।बेहतरीन प्रस्तुति।
आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी, गोष्ठी में शिरकत हेतु बहुत बहुत बधाई| विषय से थोड़ी हटी हुई रचना लगी, लेकिन आदरणीय योगराज जी सर के सुझावों पर ध्यान देंगे तो मेरा यह मानना है कि यह रचना बेहतर रचनाओं में शुमार हो सकती है| सादर,
आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी, बढ़िया कथानक बुना है आपने. कथानक को शाब्दिक करने के क्रम में तनिक कसावट हो जाती तो लघुकथा निखर आती. बहरहाल इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई. सादर
विरासत में तारीखें नहीं चाहिए, बहुत खूब| बधाई स्वीकारें इस प्रस्तुति पर
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