जल प्रपात
Added by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on November 25, 2012 at 2:36pm — 10 Comments
नाना नाती उवाच -------पिकहा बाबा अवतार
Added by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on November 19, 2012 at 5:18pm — 9 Comments
मच्छर
इस युग के दो महान प्राणी
जिनकी महिमा सबने जानी
लेता सब कुछ न कुछ देता
एक मच्छर दूसरा है नेता
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गली नुक्कड़ हो या चौबारा
हर जगह है इनकी पौ बारा
जिनके बूते जग में हैं पलते
अवसर पा शरीर में डंक भरते
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सूरत सीरत पे इनकी न जाओ
लाख बचो इनसे पर बच न पाओ
भुनभुना के मीठा संगीत सुनाते
चुपके से जनता का खून पी…
ContinueAdded by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on November 16, 2012 at 5:02pm — 16 Comments
ज़माना
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जनता देखो आया अब कैसा जमाना
कवि को मना है आज कल मुस्कुराना
लिखने पे पड़ता अब इन्हें जेल जाना
जनता देखो आया अब कैसा जमाना
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न खींचो अब कोई चित्र ये जंतु विचित्र
बैठ कर सदन में खूब मौज लेते सचित्र
ऐसा न था कभी इनका चरित्र पुराना
जनता देखो अब आया कैसा जमाना
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उजले तन…
ContinueAdded by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on November 16, 2012 at 2:52pm — 4 Comments
मजदूर व्यापारी कामगार
Added by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on November 4, 2012 at 2:52pm — 13 Comments
Added by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on November 3, 2012 at 2:30pm — 9 Comments
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