Added by Neelam Upadhyaya on April 12, 2012 at 10:00am — 2 Comments
फुरसत
शहर की मशहूर सी उस गली के दोनों किनारों पर बने घरों में रोशनी करने के लिए बिजली के तार एक दूसरे से उलझे हुवे एक घर से दूसरे घर में, दुसरे घर से तीसरे घर में और इसी तरह गली के सारे घरों से जुड़े हुवे थे. बिजली के इन तारों में उलझ कर एक दिन एक बंदर की मौत हो गयी. गली में बने सभी घरों में रहने वाले लोगों को बंदर की मौत से लगने वाले पाप से छुटकारा पाने की चिंता हो गयी. गली के सभी बाशिंदओं ने आपस में रायशुमारी करने के…
Added by Neelam Upadhyaya on April 10, 2012 at 8:30pm — 5 Comments
क्या लोकपाल?
अनिश्चय से भरा
शोर शराबा
लोक या पाल
लोकपाल का शोर
थम पाएगा?
मुश्किल भरा
लोकपाल का रास्ता
चुनावी रिश्ता
फिर चुनाव
फिर शुरु हो रहे
चुनावी शोर
Added by Neelam Upadhyaya on December 28, 2011 at 12:30pm — No Comments
ऐसा शहर
ठिठुरती जिन्दगी
सड़कों पर
तार-तार है
नज़र अ़दाजी से
इंसानियत
जमती साँस
बच पाती अगर
आस किरण
एक कतरा
खुशहाली से भरा
उन्मुक्त हँसी
Added by Neelam Upadhyaya on December 27, 2011 at 10:48am — 3 Comments
रमिया बड़ी खुश थी । शहर जो जा रही थी - अपने पोते को देखने जाने का आखिर उसे मौका मिल ही गया था । यह अवसर बनने में समय लग गया और देखते देखते उसका पोता सात साल का हो गया था । महानगर की भागम-भाग भरी जिन्दगी में से न तो उसका बेटा ही समय निकाल पा रहा था और ना ही रमिया गाँव की अपनी खेती गृहस्थी में से समय निकाल पा रही थी । या यूँ कहें कि कुछ अधिक ही व्यस्त थे दोनों ही माँ-बेटे । और रमिया का पोता…
Added by Neelam Upadhyaya on September 11, 2011 at 8:30pm — 13 Comments
जीवन क्रम
संगत-असंगत
जड़ चेतन
नदी की धारा
काँपती पतवार
मन भँवर
चढ़ती धूप
लम्बी परछाइयाँ
ढलती धूप
धुप्प अंधेरा
दिए की हिलती लौ
आखरी आस
सूना आंगन
चाँदनी चुप-चाप
व्यथित मन
मन के रिश्ते
छितरे तार-तार
ऐसे बेगाने
बासी हो जातीं
दिल में बसी यादें
टूटें सपने
Added by Neelam Upadhyaya on June 1, 2011 at 5:00pm — 5 Comments
नीली ओढ़नी
रात की चादर
पसरे तारे
फूटी है भोर
जागते अरमान
आशा किरण
नई रौशनी
उजालों का सफर
बढ़े काफिले
साँझ की बेला
सूरज परछाईं
ढलता दिन
जीवन चक्र
चलता जाता यूँ ही
बीतते दिन
Added by Neelam Upadhyaya on March 31, 2011 at 10:38am — 3 Comments
Added by Neelam Upadhyaya on November 1, 2010 at 1:55pm — 8 Comments
Added by Neelam Upadhyaya on October 13, 2010 at 10:10am — 1 Comment
Added by Neelam Upadhyaya on October 4, 2010 at 4:35pm — 3 Comments
Added by Neelam Upadhyaya on September 29, 2010 at 11:40am — 1 Comment
Added by Neelam Upadhyaya on August 18, 2010 at 11:51am — 7 Comments
Added by Neelam Upadhyaya on July 9, 2010 at 4:07pm — 6 Comments
Added by Neelam Upadhyaya on June 28, 2010 at 2:46pm — 2 Comments
Added by Neelam Upadhyaya on June 24, 2010 at 3:11pm — 3 Comments
Added by Neelam Upadhyaya on June 21, 2010 at 11:46am — 6 Comments
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