1212 1122 1212 112
अवाम में सभी जन हैं इताब पहने हुए
सहिष्णुता सभी की इजतिराब पहने हुए |
गरीब था अभी तक वह बुरा भला क्या कहें
घमंडी हो गया ताकत के ख्याब पहने हुए |
मसलना नव कली को जिनकी थी नियत, देखो (२२-११२)
वे नेता निकले हैं माला गुलाब पहने हुए |
अवैध नीति को वैधिक बनाना है धंधा (२२-११२)
वे करते केसरिया कीमखाब पहने हुए |
शब-ए -विशाल की दुल्हन को इंतज़ार रहा
शबे…
ContinueAdded by Kalipad Prasad Mandal on October 31, 2016 at 10:30am — 10 Comments
२१२२ २१२२ २१२
शत्रु ना छू पाय सीमा दोस्तों
सावधानी का ज़माना दोस्तों |
वीर हो बलवान हो तुम पासबाँ
हो बुलंदी पर तिरंगा दोस्तों |
शूरवीरों पर ही आश्रित भारती
शिर न झुकने पाय इसका दोस्तों |
माज़रा सरहद पे उलझा है बहुत
साथ मिलकर ठान लेना दोस्तों |
प्राण से प्यारा हमें कश्मीर है
हाथ से जाने न देना दोस्तों |
मौलिक /अप्रकाशित
Added by Kalipad Prasad Mandal on October 18, 2016 at 10:30am — 8 Comments
बहर :१२२*४
सभा में गरीबों की चर्चा नहीं है
किसी को कभी उनकी चिन्ता नहीं है |
वज़ह होगी तो ही कहे दिल का अपना
सकल सच तो कोई बताता नहीं है |
सभी ओर धोखा है सच्चा न कोई
सही कोई रिश्ता निभाता नहीं है |
हमारा तुम्हारा जो नाता पुराना
यहाँ ऐसा अब इक भी रिश्ता नहीं है |
सगे सब कुटुम्बी दिखावे के हैं अब
कमी है समझ की समझता नहीं है |
प्रणय गीत गाना सनम प्यार से अब
बिना प्यार जीवित ही रहना नहीं है…
ContinueAdded by Kalipad Prasad Mandal on October 5, 2016 at 5:00pm — 10 Comments
कुकुभ छंद
१
घोड़े चढ़कर दुर्गनाशिनी, माँ भवानी आ रही है
घोड़े के वाहन पर दुर्गा, लौटकर भी जा रही है |
घोडा उथल पुथल का प्रतीक, युद्ध की संभावना है
ज्योतिष विद्या मानते इसको, देशो की तना तनी है |
२.
ज्योतिष गणना में है पाते, आपद विपद कष्ट सारा
पूजो माता दुर्गा को अब , माता ही एक सहारा |
भक्त वत्सला, शक्ति स्वरूपा, भक्तों के घर आएँगी
कार्तिक गणेश महेश को भी, साथ साथ ही लाएँगी |
३.
नवरात्रि में आद्य शक्ति स्रोत,…
ContinueAdded by Kalipad Prasad Mandal on October 2, 2016 at 10:30am — 8 Comments
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