फिर आएंगे नेता मेरे गांव में |
अबके लूँगा सबको अपने दाव में |
पूछूँगा सड़क क्यों बनी नहीं ?
हैण्ड पम्प क्यों लगा नहीं ?
क्यों बिजली नहीं आई मेरे गांव में…
ContinuePosted on October 8, 2018 at 5:00pm — 4 Comments
बेहद तेजी से प्रोफेशनल तरक्की
के रास्ते पर हो दोस्त,
बुन ली है तुमने अपने
आस पास एक ऐसी दुनिया,
जिसमें ना प्रवेश कर सकते हैं हम
और ना ही तुम आ सकते हो हम तक !
नहीं बची है दूसरों के लिए करुणा,
प्रेम, स्नेह और आत्मीयता की कोई जगह,
तुम्हारी इस दुनिया में !
हंसना, मुस्कुराना तो कभी का
हो चुका था बंद,जब भी मिले,मिले…
Posted on August 21, 2018 at 12:00pm — 6 Comments
जुमले बाजी का नाम सियासत |
मक्कारों का काम सियासत |
जाति,धर्म पर लड़वाने में
सबसे आगे आज सियासत |
रोजगार के ख्वाब दिखाकर
लूटे सरे आम सियासत |
घोटालों में लिप्त है नेता
बेमानी का नाम सियासत |
बेटियों की लुटती आबरू
चुप बैठी है आज सियासत |
लाज-शर्म को गिरवी रखकर
करती नंगा नाच सियासत |
भाई-भतीजावाद है हावी
तेरी-मेरी कहाँ सियासत ?
"मौलिक एवं…
ContinuePosted on July 10, 2018 at 5:00pm — 11 Comments
कभी सोचता हूँ यदि ईश्वर-अल्लाह इत्यादि एक ही है
तो हम सबको अलग-अलग पैदा क्यों किया ?
इस बारे में क्या सोचते है आप ?
और माना कि पैदा किया भी तो फिर बीच में
कहाँ से आ टपके हमारे माँ-बाप ?
और पर्वत-पहाड़ नदियाँ तो बनते बिगड़ते है अपने आप
फिर इन सबको भी ऊपर वाले ने बनाया क्यों कहते है आप ?
और कभी सड़क पर आपको ड्राईवर टक्कर से बचा भी दें
तो आप पूरा श्रेय देते हैं भगवान को !
और मर गए तो आफत आती है ड्राईवर की जान को !
थोडा सोचो…
ContinuePosted on February 27, 2018 at 12:30pm — 3 Comments
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
Comment Wall (5 comments)
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online
मित्रता के लिये धन्यवाद भाई साहब
स्वागत है आपका साहब
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…