Added by नाथ सोनांचली on January 18, 2017 at 4:21am — 12 Comments
Added by नाथ सोनांचली on January 16, 2017 at 8:38am — 10 Comments
Added by नाथ सोनांचली on January 14, 2017 at 7:42am — 21 Comments
Added by नाथ सोनांचली on January 11, 2017 at 2:30pm — 14 Comments
Added by नाथ सोनांचली on January 7, 2017 at 9:00pm — 13 Comments
Added by नाथ सोनांचली on January 4, 2017 at 2:00pm — 16 Comments
Added by नाथ सोनांचली on December 28, 2016 at 9:08am — 9 Comments
Added by नाथ सोनांचली on December 20, 2016 at 12:30pm — 7 Comments
Added by नाथ सोनांचली on December 12, 2016 at 7:28am — 10 Comments
Added by नाथ सोनांचली on December 6, 2016 at 4:13am — 8 Comments
Added by नाथ सोनांचली on November 21, 2016 at 5:30am — 7 Comments
Added by नाथ सोनांचली on October 31, 2016 at 8:58am — 7 Comments
Added by नाथ सोनांचली on October 18, 2016 at 4:46am — 2 Comments
Added by नाथ सोनांचली on October 17, 2016 at 11:47am — 5 Comments
Added by नाथ सोनांचली on October 16, 2016 at 4:49pm — 5 Comments
221 2121 1221 212*
अनमोल पल थे हाथ से सारे फिसल गये
अपनों ने मुंह को फेर लिया दिन बदल गये।।
कुछ ख्वाब छूटे कुछ हुए पूरे, हुआ सफर
यादो के साथ साल महीने निकल गये।।
शरमा के मुस्कुरा के जो उनकी नजर झुकी
मदहोश हुस्न ने किया बस दिल मचल गये।।
बचपन के मस्त दिन भी हुआ करते थे कभी
बस्तो के बोझ आज वो बचपन कुचल गये।।
ओढे लिबास सादगी का भ्रष्ट तंत्र में
नेता गरीब के भी निवाले निगल गये।।
करते है बेजुबान को वो क़त्ल…
Added by नाथ सोनांचली on October 10, 2016 at 5:30am — 22 Comments
तेरे आने से मेरा घर जगमगाया
पूर्णिमा का चंद्र जैसे मुस्कुराया
स्वांग रचकर रचयिता सबको नचाये
इस जगत को मंच इक अद्भुत बनाया
लाज कपड़ो में छुपाती थी कभी वो
आज उरियानी का कैसा दौर आया
आपदा जिसने न झेली जिन्दगी में
हौसलों की भी परख वो कर न पाया
पूछता दिल कटघरे में खुद को पाकर
इश्क ही क्यों हर कदम पे लड़खड़ाया
ज़िन्दगी भी पूछती है क्या बताऊँ
क्या मिला है और क्या मैं छोड़ आया
खोजती है हर नजर बस एक…
Added by नाथ सोनांचली on October 8, 2016 at 2:00pm — 6 Comments
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