पहले प्यार सिखाते है
फिर दूर कही चले जाते है
ये उनका अंदाज़ है
यादों की भूलभुलैय्या में
सपनो को उलझाते है
चाहत की इस छैय्या में
नफरत की आग बरसाते है
ये उनका अंदाज़ है
आवारा भौरों की तरह
घूम घूम के आते है
मासूम कलियों के संग
चुपके से रस चुराते है
ये उनका अंदाज़ है
साथ रहने की कसमे खाते
आंसू बनकर रुलाते है
चाहे जितना रोको उन्हें
पत्थर दिल हो जाते है
ये उनका अंदाज़ है
देख न पाते प्यार को रोते
खुद सागर में… Continue
Added by aleem azmi on May 3, 2010 at 12:53pm —
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देह के चमड़ी धुप मे जलावेला,
खून के पसीना बनाके बहावेला,
रुखा सूखा खाके पेट के आग बुझावेला,
सुते खातीर धरती के बिछवना,
अकाश के ओढ़ना बनावेला,
लोग उनका सम्मान मे,
मजदूर दिवस मनावेला ।
सूई से लेके जहाज ले,
सब कुछ मजदूर बनावेला,
ओकरा बादो उनकर नाम,
कबो सामने ना आवेला,
सृजन करीहे मजदूर,
अफसर काटेले फिता,
फिर भी मजदूर आपन,
सेवा हम सब के देता।
सेठ जी जबरन काम करावेले,
मजदूरी मांगे पर डंडा देखावेले,
बंधुवा…
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Added by Mahesh Jee on April 30, 2010 at 10:00pm —
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Dunia ek rangmanch hai. Har vyakti is rangmanch ka kalakaar hai. Sabhi ko is rangmanch par apni bhumika ada karni hoti hai. Kisi ko sajjan ki aur kisi ko durjan ki... Kisi ko Sadhu ki aur kisi ko seth ki... Kisi ko manav ki aur kisi ko maha-manav ki.. Sabhi ko apni bhumika ka chayan karna hai.. Aap kis bhumika ka chayan karenge???????
Added by Vineet Ojha on April 30, 2010 at 9:48pm —
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महुआ ,
एगो उ दिन रहे ,
एगो आज के दिन बा ,
इ ओह दिनों पुछात रहे ,
आजो पुछात बा,
अंतर एतने बा ,
कलह घर बसवात रहे ,
आज घर उजारत बा ,
महुआ ,
एगो उ दिन रहे ,
एगो आज के दिन बा ,
महुआ टपकल ,
घरे आइल ,
लपसी बनल
मजा आइल ,
अब लपसी कहा भेटात बा .
महुआ ,
एगो उ दिन रहे ,
एगो आज के दिन बा ,
महुआ सुखल ,
खूब भुजाइल ,
तीसी के संगे ,
लाटा कुटाइल ,
अब लाटा कहा भेटात बा ,
महुआ ,
एगो उ दिन…
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Added by Rash Bihari Ravi on April 30, 2010 at 5:11pm —
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स्वागत
आज समय बदल गइल ,
स्वागत के अंदाज बदल गइल ,
पाहिले घर में मेहमान आई ,
मिश्री मिठाई से स्वागत काइल जाई ,
अब चाय बिस्कुट से काम चल जात बा ,
आज समय बदल गइल ,
स्वागत के अंदाज बदल गइल ,
पाहिले मेहमान के आईला पर ,
लाईकन के चेहरा पर ,
खुसी छा जाई ,
की आज घरे मिठाई आई
आउर आज लाईकन के चेहरा उतार जाई ,
काहे की फ्रिज के मिठाई ओरा जाई ,
आज समय बदल गइल ,
स्वागत के अंदाज बदल गइल ,
पाहिले नेता खातिर लोग…
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Added by Rash Bihari Ravi on April 30, 2010 at 5:09pm —
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कहीं धूप में जले लोग
कहीं बर्फ में गले लोग
दर्दो-ग़म की बस्ती में
तन्हाई के काफ़िले लोग
बारूदों की तल्ख़ धूप में
खूं-पसीने से गिले लोग
बिन जुर्म जो काटे सज़ा
वो सलीब की कीलें लोग
कुछ पड़े हैं लाशों जैसे
कुछ हैं गिद्द-चीलें लोग
सागर थे जो सूख गए
बचे रेत के टीले लोग
खूं भी नहीं खौलता अब
नहीं होते लाल-पीले लोग
पाप अधम के बाजों पर
नाच रहे रंगीले लोग
दुनिया की फुलवारी…
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Added by asha pandey ojha on April 30, 2010 at 8:00am —
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''बबुआ के प्यार हो गइल''
समय के संगे सब कुछ बदलत जात बा, अब तुही सुनS महेश्वर के बेटा का कहत बा ? इ बात हरी काका कहत रहलन दुखन ठाकुर से, जे उनकर दाढ़ी बनावत रहूअन, दुखन ठाकुर कहलन "का कहत बा काका" , काका कहलन मत पूछा, घोर कलयुग आ गइल बा, ओकरा शादी खातिर एगो हित बोलावले रहनी ह, दुखन कहले, हा हम सुनले रहनी की कोई हित आइल रहे, हमहू इंतजार करते रह गइनी की हमके केहू बुलावे आई, की चलS छेका बा, बाकिर केहू न आइल, त काका कहले, कैसे कोई जाईत हो उ कल्हे के छोकरा कहत बा, ओ लाईकी से हम कईसे शादी कS ली…
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Added by Rash Bihari Ravi on April 29, 2010 at 4:30pm —
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कही बम चले कही गोली ,
केहू खेले खून से होली ,
स्वर्ग में बाईठाल बापू देखे ,
हिंद में इ का हो रहल बा ,
अइसन सोचले ना रहनी ,
अइसन सोचले ना रहनी ,
खून देबा आजादी देहब ,
रहे नेता जी के नारा ,
भारत स्वर्ग से सुन्दर होखे ,
सपना रहे प्यारा ,
उहो स्वर्ग में इहे कहिअन,
अइसन सोचले ना रहनी ,
अइसन सोचले ना रहनी ,
खुद से बढ के देश से प्यार .
सहल लोग उ अत्याचार ,
सपना के साकार करेला ,
फंदा लागल फुल के हर ,
ओहू…
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Added by Rash Bihari Ravi on April 29, 2010 at 3:18pm —
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मेरी जिन्दगी के साथी,
आज तुमको बताते है
की हमे तुमसे कितनी मोहब्बत है.........
जितना चाँद को है चकोर से,
जितना पपिहे को है ओस से,
जितना साँसो को है धड़कन से,
जितना प्यासे को है पानी से,
जितना नदी को है धारे से,
जितना कश्ती को है किनारे से,
जितना खुशबू को है फुल से,
जितना रास्ते को है धुल से,
जितना शमा को है परवाने से,
जितना दिवानी को है दिवाने से,
जितना शराबी को है मयखाने से,
जितना दरवेश को है दरगाह से,
जितना… Continue
Added by Raju on April 26, 2010 at 10:00pm —
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मोदी के बहाने इ बात देश में आइल बा ,
का केहू के बरका एतना उचित बनावल बा ,
छुट देके खुबे कमा के त्गानरी खिचाइल बा ,
मोदी के बहाने इ बात देश में आइल बा ,
तिन साल पाहिले सब कुछ मोदी रहले ,
अब कुछ नइखन उ सब इ चिला के कहले,
अरबो घोटाला भइल मॉल कहा उ गइल,
एकर जानकारी ना लिआईल सस्पेंसन दिआइल,
सोची ना मोदी के संगे केकर हाथ रंगाइल बा ,
मोदी के बहाने इ बात देश में आइल बा ,
बरका बरका टीम बनल आई सी एल के मिटावे ला ,
इहो एकछत्र राज कईलन घर भरावे ला…
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Added by Rash Bihari Ravi on April 26, 2010 at 12:43pm —
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किसी और के नाम की मेंहदी, तुम
अपने हाथो पे रचाने जा रही हो
मेंहदी के इन सूर्ख-लाल रंगो से,तुम
हाथ की लकीरों को छुपाने जा रही हो
उन लकीरों में लिखा था नाम मेरा, तुम
अपने हाथो से मेरा नाम मिटाने जा रही हो
वादा तो था सात-जन्मों तक साथ निभाने का, तुम
इसी जन्म मे साथ छुड़ाने जा रही हो
याद आयेंगे तुम्हे बहुत वो बिते हुए पल, तुम
जिनको हमेशा के लिए भुलाने जा रही हो
वादा करते है रहोगी इस दिल मे ताउम्र, तुम
जिस दिल को तोड़ने जा रही हो
होंगी…
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Added by Raju on April 25, 2010 at 9:00am —
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बधाई हो बधाई ,
भाई तोहके बधाई ,
भारत रत्न के उपाधि ,
भाई तहरा नइखे जरुरी ,
तोहके भारत रत्न बनावल ,
बा हमनी के मज़बूरी ,
एक से आखिरी तक ,
तोहरा लगे केहू लउकत नइखे ,
दस साल पाहिले तू काबिल रहला ,
अभी आख खुलल हा सबके ,
देर आइल दुरुस्त आइल ,
अबकिर सरकार के काम बढ़िया बा ,
लोग जवान कहे ला ,
ओकरा के झुठलावे ला ,
जब जरुरत परेला ,
आपन बल्ला चलावे ला ,
लोग कहत रहे २०-२० ,
नया खून के खेला हा ,
बीस बरस से चल रहल बा…
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Added by Rash Bihari Ravi on April 24, 2010 at 11:51am —
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आई पि एल में भइल बा बवाल ,
कारन राउआ जान लिही,
बन गइल रहल हा नाक के सवाल ,
इहो राउआ मान लिही ,
मोदी जे कुछु लिखले ,
बिरोध थरूर कईले ,
हाथ से गइल कमान ,
अब संसद में भइल बा बवाल ,
इहो राउआ जान लिही ,
आगे के सुनी बात ,
मोदी ता कईले घात ,
तिने साल में देबे लागले ,
टैक्स हजार से लाखो में ,
टीम के मालिक फस गइल बा लोग ,
इनकार ब्लॉग के चक्कर में ,
उ ब्लॉग रहे बोम के सामान ,
इहो राउआ मान लिही ,
Added by Rash Bihari Ravi on April 23, 2010 at 3:08pm —
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1... एक पठान बिना छीले केला खा रहा था, किसी ने उसे कहा- इसे छील तो लो।
पठान - छीलने की क्या जरुरत है हमें मालूम है इसमें केला है।
2... एक भिखारी की लॉटरी लगी तो वो एक मंदिर बनवाता है।
दूसरा भिखारी- यार तू मंदिर क्यों बनवा रहा है।
भिखारी- क्योंकि इसके सामने मैं अकेला भीख मांगूंगा।
3... बॉस ने एक मेहनती कर्मचारी को बुलाकर कहा- ये लो 5000 रुपये का चेक, अगर इसी तरह मेहनत से काम करते रहोगे तो साइन भी कर दूंगा
4... एक भारतीय युवक ने चाइनीज लड़की से… Continue
Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 23, 2010 at 12:37pm —
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तेरी ही यादों मे जीता हुँ
तेरी ही यादों मे मरता हुँ
गुजरे पलों को याद कर
बस तेरे ही ख्यालों मे रहता हुँ
महफिल भी रास नही आती
तन्हाई मे भी तन्हा ही रहता हुँ
सफर अभी कितना लम्बा है
ये सोच के मै घबराता हुँ
मुद्दतें बीत गई तुम्हे देखे हुए
सब्र ना टुट जाऐ ये सोच के डर जाता हुँ
दुर कही जमीं-आसमाँ मिले
ये देख मै भी उम्मीद जगाता हूँ
Added by Raju on April 22, 2010 at 11:06pm —
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हम काहे डरी डरे के कारन का ,
एक बेर एगो मुह्हला में ,
एगो आदमी घर बनावत रहे ,
मुह्हला के दादा रूपी इन्सान ,
ओकरा लगे बराबर आवत रहे ,
बार बार ओकरा से पाईसा मांगे ,
आउर ओके धमकावत रहे ,
उ इहे काहे हम काहे दिही ,
हम काहे डरी डरे के कारन का ,
उ दादा कहलस बाबु इ जान ला ,
पाईसा देबा हम सुरक्षा देम ,
कवनो परेशानी न होखे देम ,
रात में आराम से सुताबा ,
हम कहानी हमारा तोहसे ना,
जब पुलिश बा ता तहार का काम,
हम काहे डरी डरे के कारन…
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Added by Rash Bihari Ravi on April 22, 2010 at 1:00pm —
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आइ पि एल के जिन ,
अब निकलत बाटे ,
एकर असर हिंदुस्तान में ,
अब दिखत बाटे,
केतना लोग लुटलस ,
केतना लोग लूटे के फ़िराक में ,
केतना जाना जइहे ,
भईया तेरह के भाव में ,
लुट खसोट के बढ़िया रास्ता ,
लगत ता इ बा ,
मंत्री लोग त नेह लगवलस ,
अब करी लोग तोबा ,
जे ना लुटलस उ कहत बा ,
हम नईखी येमे ,
बरका बरका के हालत ,
कईलस इ ख़राब ,
आइ पि एल के मतलब ,
जान जाई जनाब ,
आइ से इंडियन ,
पि से पोलटिक्स ,
एल से लिंग ,
Added by Rash Bihari Ravi on April 20, 2010 at 7:00pm —
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हम जब उनको दिल स भुलाने लगते है
और ज्यादा वोह याद आने लगते है
मुझे न जाने क्या क्या कह देते है वोह
मैं कुछ कह दूं तो वो शर्माने लगते है
दिल में किसी के बस जाना आसान नहीं
काम कठिन है इस में ज़माने लगते है
याद तेरी आ जाती है तब काम बहुत
हम जब मुश्किल में घबराने लगते है
आज कोई "अलीम" स चुपके स बोला
आप मुझे जाने पहचाने लगते है .....
Added by aleem azmi on April 19, 2010 at 10:02pm —
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प्रेरणा :-
खुद को और दूसरो को हर रोज प्रेरित करना !!!!!
"इंतजार करने वालो को अच्छी चीजे मिलती तो है, पर केवल ऐसी चीजे ही मिलती है, जिन्हें कोशिश करने वाले छोड़ देते है I "
मै दो बातो में यकीं रखता हू -
(क ) ज्यादातर लोग अच्छे होते है, पर वे और अच्छे बन सकते है I
(ख ) ज्यादातर लोग यह जानते है की उन्हें अपनी जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए क्या करना चाहिए I
सबसे शक्तिशाली प्रेरणा हमारे अपने विश्वासों से जन्म लेती है I किसी काम के लिए पहल करने के लिए जरुरी…
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Added by prince dubey on April 19, 2010 at 9:32pm —
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ये भगवन तनी सुना हमार हो ,
कवनो मंत्री से हो जाइत प्यार हो ,
हमारा ता आगे पीछे उहो लुटाइती,
पईसा कमाए के रास्ता दिखाइती ,
लोग आगे पीछे घूमते हमारा हजार हो ,
ये भगवन तनी सुना हमार हो ,
हो हाला मचित तब सफाई देती ,
नहीं उ कबो हमारा से मुह फेरती ,
चाहे जे राजपाठ जाईत होइती बेकार हो ,
ये भगवन तनी सुना हमार हो ,
आइसन प्रेमी परभू हमरा के दिहा ,
देश जाये भार में खली हमारे के सोचिहन ,
अइसन निगोरी से ता पटी ना हमार हो ,
देस खातीर काटी देहब…
Continue
Added by Rash Bihari Ravi on April 19, 2010 at 5:21pm —
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