2212 121 1221 212
खोने लगा यकीन है अनजान आदमी ।
जब से बना है मौत का सामान आदमी ।।
बाज़ार सज रहे हैं नए जिस्म को लिए ।
बनकर बिका है मुल्क में दूकान आदमी ।।
ठहरो मियां हराम न खैरात हो कहीं ।
माना कहाँ है वक्त पे एहसान आदमी ।।
दरिया में डालता है वो नेकी का हौसला ।
देखा खुदा के नाम परेशान आदमी ।।
मजहब तो शर्मशार तेरी हरकतों पे है ।
कुछ मजहबी इमाम भी शैतान आदमी ।।
मतलब परस्तियों का जरा देखिये सितम ।
बेचा…
ContinueAdded by Naveen Mani Tripathi on August 30, 2016 at 2:30am — 5 Comments
Added by Naveen Mani Tripathi on August 27, 2016 at 1:33am — 9 Comments
122 122 122 122
मेरे दर्दो गम की कहानी न पूछो ।
मुहब्बत की कोई निशानी न पूछो ।।
बहुत आरजूएं दफन मकबरे में ।
कयामत से गुजरी जवानी न पूछो ।।
मुझे याद है वो तरन्नुम तुम्हारा ।
ग़ज़ल महफ़िलों की पुरानी न पूछो ।।
हुई रफ्ता रफ्ता जवां सब अदाएं ।
सितम ढा गयी कब सयानी न पूछो ।।
बयां हो गई इश्क की हर हकीकत ।
समन्दर की लहरों का पानी न पूछो ।।
सलामी नजर से नज़र कर गयी थी ।
वो चिलमन से नज़रें झुकानी न पूछो…
Added by Naveen Mani Tripathi on August 23, 2016 at 10:00pm — 7 Comments
122 122 122 122
तेरी बज्म में कुछ सुनाने से पहले ।
मैं रोया बहुत गुनगुनाने से पहले ।।
न बरबाद कर दें ये नजरें इनायत ।
वो दिल मांगते दिल बसाने से पहले ।।
है इन मैकदों में चलन रफ्ता रफ्ता ।
करो होश गुम कुछ पिलाने से पहले ।।
तेरे हर सितम से सवालात इतना ।
मैं लूटा गया क्यूँ जमाने से पहले ।।
बदल जाने वाले बदल ही गया तू ।
मुहब्बत की कसमें निभाने से पहले ।।
ख़रीदार निकला है वो आंसुओं का ।
जो आकर गया…
Added by Naveen Mani Tripathi on August 22, 2016 at 9:00pm — 10 Comments
Added by Naveen Mani Tripathi on August 19, 2016 at 10:51pm — 1 Comment
Added by Naveen Mani Tripathi on August 18, 2016 at 10:02pm — 12 Comments
अंदाज कातिलों के बेहतरीन बहुत हैं ।
कुछ शख्स इस शहर में नामचीन बहुत हैं ।।
वो खैर मांगते रहे बुरहान की सदा।
उसकी दुआ में पेश हाज़रीन बहुत हैं ।।
आज़ाद मीडिया है अदावत का तर्जुमा ।
गुमराह हर खबर पे नाज़रीन बहुत हैं ।।
जब भी जला वतन तो जश्ने रात आ गयी ।
दैरो हरम के पास मजहबीन बहुत हैं ।।
मिटते हैं वही मुल्क बड़े जोर- शोर से ।
बैठे जहाँ घरों में फिदाईन बहुत हैं ।।
मेरी बलूच आसुओं पे जब नज़र गई ।
वो हुक्मरान देखिए…
Added by Naveen Mani Tripathi on August 18, 2016 at 11:00am — 6 Comments
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