ग़ज़ल :- डूब रहे से नाव की बातें
डूब रहे से नाव की बातें ,
थोथी है बदलाव की बातें |
राजनीति के दुर्दिन आये ,
सब करते अलगाव की बातें |
…
ContinueAdded by Abhinav Arun on January 30, 2011 at 10:30pm — 3 Comments
Added by Abhinav Arun on January 30, 2011 at 10:00pm — 2 Comments
Added by Abhinav Arun on January 26, 2011 at 7:00pm — 10 Comments
Added by Abhinav Arun on January 25, 2011 at 3:51pm — 10 Comments
लेख :-जाना बालेश्वर का
प्रख्यात लोक गायक बालेश्वर यादव का दिनांक ०९ जनवरी २०११ को लखनऊ में निधन हो गया | धन्य हो कुछ खबरिया चैनेलों का और अखबारों का जो उनके प्रशंसक इस समाचार वाकिफ हो सके | अन्यथा आज भोजपुरी संस्कृति जिस बाजारवाद की शिकार है उसमें इन पारंपरिक लोकगायकों को लोग भूल गये हैं | बालेश्वर १९४२ में मऊ जनपद में जन्में मुझे याद है मेरा गांव में गुज़रा बचपन जहां उनका 'निक लागे टिकुलिया…
ContinueAdded by Abhinav Arun on January 11, 2011 at 7:58am — 3 Comments
Added by Abhinav Arun on January 10, 2011 at 3:00pm — No Comments
ग़ज़ल :- चार पैसा उसे हुआ क्या है
चार पैसा उसे हुआ क्या है
पूछता फिर रहा खुदा क्या है |
हर जगह तो यही करप्शन है
रोग बढ़ता गया दवा क्या है |
तुम ही रक्खो ये नारे वादे सब
पांच वर्षों का झुनझुना क्या है |
तेरे जाने पर अब ये…
ContinueAdded by Abhinav Arun on January 5, 2011 at 4:16pm — 12 Comments
ग़ज़ल:- आकर्षक चमकीले लोग
आकर्षक चमकीले लोग
केंचुल में ज़हरीले लोग |
आत्ममुग्धता की परिणति हैं
सुन्दर सुघड सजीले लोग |
भूख की आंच पे चढ़ते हैं नित
खाली पेट पतीले लोग |
झंझावाती जीवन सागर
हम शंकित रेतीले लोग |
चीर हरण करते आँखों से
कुंठाओं के टीले लोग…
ContinueAdded by Abhinav Arun on January 2, 2011 at 10:45am — 3 Comments
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