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कुछ रोचक जानकारी...भाग--2

1...फिरोज तुगलक वह सल्तनत शशक था जिसने लाचार महिलाओ,विधवाओ और लड़कियों की सहायता के लिए दीवान-ऐ-खैरात विभाग की स्थापना की थी...........



2...मियां का मल्हार और मियां की तोड़ी नामक ग्रन्थ की रचना तानसेन ने की थी..जो की अकबर के नवरत्न कहे जाते थे.........



3...डुप्ले वह फ़्रांसिसी गवर्नर था जिसने भारत में सर्वप्रथम सहायक संधि का प्रयोग किया था.................



4...हिंदी,हिन्दू,हिंदुस्तान का नारा भारतेंदु हरिश्चंद्र ने दिया था............



5...निलगिरी की…
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Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 15, 2010 at 8:30am — 4 Comments

सस्ता में सेहत का रखे ध्यान..अगर है गर्मी से परेसान

गर्मी में ज्यादा भरी काम नहीं करना चाहिए
तंग जगह ,जहा खुली व् साफ़ हवा न मिले ,पर काम नहीं करना चाहिए
तरल पदार्थ तथा नमक का अधिक प्रयोग करना चाहिए,जैसे निम्बू-पानी,सरबत
दीं में आठ से दस ग्लास पानी पिए
सूती,हलके रंग तथा ढीले कपडे पहने
छोटे बच्चो को बाहर न निकलने दे
गर्दन पर गिला कपडा या तौलिया रखे
धुप में जाने का छतरी का इस्तेमाल करे
आँखों पर कला चस्मा लगाये ,तथा सिर पर टोपी
बराद,सेरलाक,सब्जिय,तरबूज,खिड़ा,ककरी का अधिक तथा सरब का कम सेवन करे.

Added by Ratnesh Raman Pathak on April 14, 2010 at 5:04pm — 4 Comments

दीए चाहत के

आँखों में बस के दिल में समां कर चले गए
ख्वाब्दीदा ज़िन्दगी थी जगा कर चले गए




चेहरे तक आस्तीन वह लाकर चले गए
क्या राज़ था की जिसको छुपाकर चले गए




रगरग में इस तरह समां कर चले गए
जैसे मुझ ही को मुझसे चुरा के चले गए




आये थे दिल की प्यास बुझाने के वास्ते
एक आग सी वह और लगाकर चले गए




lab थर थरा के रह गए लेकिन वो ऐ "अलीम "
जाते हुए निगाह मिलाकर चले गए .

Added by aleem azmi on April 14, 2010 at 11:26am — 5 Comments

कुछ रोचक जानकारी.................

1...कोलंबस भारत देस की खोज में निकला था लेकिन वह अमेरिका पहुच गया...............



2...पुर्तगालियो ने गोवा पर १५१०ई में अधिकार किया था.................



3...कर्नाटक का युद्ध इंग्लैंड और फ्रांस के बीच हुआ था...............



4...टीपू सुल्तान की राजधानी श्रीरंग्पत्त्नम थी............



5...महाराज रंजित सिंह की राजधानी लाहौर में थी जो की अभी पाकिस्तान में है...........



6...भारत में अंग्रेज राज्य का संस्थापक लोर्ड क्लीव…
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Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 14, 2010 at 9:12am — 4 Comments

लोग...

ऐसे लोग.. वैसे लोग..

मिरे जैसे नहीं होते अब,

मिरे चेहरे जैसे लोग..

किताबों में ढूढ़ते..

गुजरते वक़्त को,

कब के गुजर गए;

गुजरे वक़्त जैसे लोग..

ये काबा तेरा;

ये शिवाला मेरा,

नींदों में कंधा बाँटते..

ये सरहदों जैसे लोग..

मंदिर की चौखट पे;

होती थी बैठकबाजी,

जाने कब मुसलमाँ बने;

ये मज़हबों जैसे लोग..

अजमत-ए-खुदा थी;

जो रंग-ए-सुर्ख दिया,

कल ज़मीन से निकलते;

नीले-पीले से लोग..

लिखता हूँ नज़्म;

बन जाती है… Continue

Added by विवेक मिश्र on April 13, 2010 at 9:55am — 7 Comments

आँसू

केहू के प्यार के एहसास बा आँसू। केहू के खुशी के अरमान बा आँसू । केहू के जिनगी के फरमान बा आँसू। केहू के याद के अन्जाम बा आँसू। केहू के आँख के अल्फाज बा आँसू। केहू के जुदाई के दर्द जान बा आँसू। केहू के बेवफाई के इल्जाम बा आँसू। केहू के बुझल दिल के जुबान बा आँसू। केहू के मौत के पैगाम बा आँसू। केहू के विदाई के रस्म रिवाज बा आँसू। केहू से मिलल प्यार के दर्द जवाब बा आँसू। जी के जिनगी के हिसाब बा आँसू।

Added by Mahesh Jee on April 12, 2010 at 11:53pm — 1 Comment

PROUD OF BIHAR

Dr. RAJENDRA PRASHAD (1st president of india)

RAMDHARI SINGH DINKAR (poet)

GAUTAM BUDHHA (shanti doot)

VEER KUAR SINGH (freedom fighter)

these r the person who makes us proud

Added by sushmit singh on April 12, 2010 at 3:50pm — 8 Comments

Apni Pehchan

खुद से रु ब रु होने के बाद भी
हम अपनी पहचान के लिए
आएने क्यों तलाशते हैं
आएने झलक दिखा देते हैं
जिस्मानी अक्स की
रुहानी अक्स की पहचान
हम इन में कहाँ पाते हैं

Added by rajni chhabra on April 12, 2010 at 9:28am — 5 Comments

hum zindagi se kya chahte hain

हम जिंदगी से क्या चाहते हैं

-----------------------

हम खुद नहीं जानते

हम जिंदगी से क्या चाहते हैं

कुछ कर गुजरने की चाहत मन में लिए

अधूरी चाहतों में जिए जाते हैं



उभरती हैं जब मन में

लीक से हटकर ,कुछ कर गुजरने की चाह

संस्कारों की लोरी दे कर

उस चाहत को सुलाए जाते हैं



सुनहली धुप से भरा आसमान सामने हैं

मन के बंद अँधेरे कमरे में सिमटे जाते हैं



चाहते हैं ज़िन्दगी में सागर सा विस्तार

हकीकत में कूप दादुर सा जिए जाते… Continue

Added by rajni chhabra on April 11, 2010 at 12:50pm — 7 Comments

educational institution in bihar

Universities in Bihar



Patna University, Patna.



Chanakya National Law University, Patna.



Magadh University, Bodh Gaya.



Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar Bihar University, Muzaffarpur.



Tilka Manjhi, Bhagalpur University, Bhagalpur.



Lalit Narayan Mithila University, Darbhanga.



Kameshwar Singh Darbhanga Sanskrit University, Darbhanga.



Jaiprakash University, Chapra.



Bhupendra Narayan Mandal University,… Continue

Added by Ratnesh Raman Pathak on April 10, 2010 at 6:30pm — 5 Comments

इ त अक्सर होला इ काहे होला जी ,

इ त अक्सर होला इ काहे होला जी ,

घर बढ़िया पाके दुलहिनिया रोये ली ,

माई के बदले सास भाई के बदले देवर जी ,

छोटकी बहिनिया जइसन ननदी जे होली ,

बाबु जी कमी पूरा करे ले ससुर जी ,

तबहू ना जाने काहे रहे ली उदास ,

मिले ले सजन जे रहेले उनका पास ,

कवन दुःख बाटे इ त ना बुझाला जी ,

घर बढ़िया पाके दुलहिनिया रोये ली ,

इ हो त सोचे के बाटे हो बतिया ,

नायकी कनिया आपन घर ना माने ली ,

ससुरा में कुछ नाहि नैहर में सब कुछु ,

इहे त मनवा में इहे उहो जाने ली… Continue

Added by Rash Bihari Ravi on April 9, 2010 at 5:43pm — 3 Comments

झील मिल सितारों का आँगन होगा...............kuch purani yaadein meri apni

ee gaana hamar favorite ha aur ee gaana par hum prize bhi le chukal bani jab hum 9th class me rahni tab.....wo samay ego program me hum aur hamar ego dost(humra pados me hi raheli) gawle rahni jaa aur first prize milal rahe.....wo prize wala photo abhi humra lage naikhe naa ta wo bhi lagawle rahti.......

ta lee padhi raua sab bhi aur batayi ki kauna movie ke gaana ha ee aur ke gawle baa.....



झील मिल सितारों का आँगन होगा

रिमझिम बरसता सावन होगा

ऐसा सुन्दर सपना अपना…
Continue

Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 7, 2010 at 11:00pm — 7 Comments

मजबुर कानून

सरकार भइल हिजड़ा,नेता भइले दलाल।

रोअता कानून देश भइले बेहाल।।

ऊपर से लेके निचे तक सबकर बा आपस मे मेल। दलाली देला के बल पर कुछु करत रह खेल।। सरकार बनावे खातिर नक्सलियनो से हो जाई मेल।

भलही रोजे नक्सली जनता के निकाले तेल।। नक्सलियन के गोली से 76 गो जवान के साँस रुठ गईल।

तवनो पर कहेले चिदंबरम कि सुरक्षा बल से हि भूल हो गईल।।

दलाली खइहे ताबुत के, कांड करीहे हवाला।

तबो इ कहिये कि हम हई कानून के रखवाला।। विदेशी त विदेशी जब देशीये करता जनता के हलाल।

कहा जायी जनता आ… Continue

Added by Mahesh Jee on April 7, 2010 at 10:53pm — 3 Comments

तलाक के साथ खत्म हुआ आयशा-शोएब विवाद (बजलS ऐ शंख बजलS पर बाबा जी के ............)

टेनिस स्टार सानिया मिर्जा से शादी रचाने जा रहे पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक आखिरकार मान गए कि हैदराबाद की युवती आयशा सिद्दीकी से उनकी शादी हुई थी। लंबे समय तक आयशा को पत्नी न मानने के रुख पर कायम शोएब ने बुधवार को तलाक देकर आयशा से अपने रिश्तों की सच्चाई पर मुहर लगा दी।



आयशा की मां और परिजनों ने इस पूरे विवाद के खात्मे पर सुंतुष्टि जताई। शोएब की ओर से तलाक दे दिए जाने के बाद आयशा की मां फरीसा सिद्दीकी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''मेरी बेटी को तलाक मिल गया है, हमलोग यही चाहते… Continue

Added by Admin on April 7, 2010 at 5:30pm — No Comments

महुआ की बेटी कमल कर के छोर दी ,

महुआ की बेटी कमल कर के छोर दी ,

ये पगल सब को निहाल कर के छोर दी ,

असली समाजबाद येही तो लाती हैं ,

एक ही थाली में सब को खिलाती है ,

खिरकी से झाक कर पैमाल कर के छोर दी,

महुआ की बेटी कमल कर के छोर दी ,



बाबा जी बनिया या राजपूत चमार के ,

चवर में ले जाती कनखी से मार के ,

बाप जी बेटा जी हाकिम चपरासी जी ,

इसके सेवकाई में लग गए सन्यासी जी ,

पूरा बिहार के बंगाल कर के छोर दी ,

महुआ की बेटी कमल कर के छोर दी ,



देखिये धनान्त्री की कलसा… Continue

Added by Rash Bihari Ravi on April 7, 2010 at 2:44pm — 2 Comments

सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे................

ee gaana hum 2 saal pahile sunle rahni aur abhi singer ke naam humra yaad naikhe....hamar ego aadat ha ki jaun gaana humra thik lag jala wo ek baar sunla me hi humra hamesha khatir yaad ho jala aure vishesh parishthiti me yaad aawt rahela....jaise aaj ee gaana yaad aail aur hum ehja post kar rahal bani......

jab bhi singer ke naam yaad aayi hum likh deb......tab tak raua log ee padhi aur kuch aapan bahumulya samay nikal kar kuch comments kar deb sabhe......

abhi hum e naikhi batawat… Continue

Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 6, 2010 at 11:47pm — 5 Comments

आईये अब बढ़ाये अपनी अध्ययन छमता ,कुछ उपायों से ...........



अध्ययन कक्ष को पूजा कक्ष से सटा कर और दरवाजे की स्थिति उत्तर-पूर्व या पश्चिम में रखें। किन्तु दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम में न रखें इससे भ्रम उत्पन्न होते हैं।

- चौकोर टेबल का प्रयोग करें जो चारों पावों में समानता रखती हो।

- टेबल को दक्षिण-पश्चिम या दरवाजे के सामने न लगाएँ। इससे बुद्धि का पतन होता है।



- टेबल को दरवाजे या दीवार से न सटाएँ। जिससे विषय याद रहेगा, रूचि बढ़ेगी।

- लाइट के नीचे या उसकी छाया… Continue

Added by Ratnesh Raman Pathak on April 6, 2010 at 10:42pm — 3 Comments

"हम बानी कुँवारी"

हम बानी कुँवारी

माँ-बाप के सर पर

एक बोझ बानी भारी

दुल्हा खरीद ना पईनी

हम बानी ऊ अभागन नारी



हम बानी कुँवारी

प्रदर्शनी खातिर लागल

हई कौनो चीज प्यारी

आवेलन लइका वाला

देखे खातिर हमके

पर ऊ त देखेलन,

हमार घर, हमारा बाप के हैसियत

कहेलन ऊ लोग,

दो चार रोज में बताएम

पर हमके पता बा

ऊ लोग नइखे आवे वाला

काहे कि, लइका वाला देखले बा

हमरा दुआरी पर

नाही खडा बा कार

हमरा ड्राईंग रूम मे

सोफा नईखे ,… Continue

Added by Raju on April 6, 2010 at 9:07pm — 6 Comments

जिसे सच्चा प्यार मिल गया समझो उसका जीना सफल हो गया...........

इंसान एक बार जीता है, एक बार मरता है और एक बार ही प्यार करता है...

जिंदगी में इंसान को कई बार प्यार हो सकता है। यह बात दूसरी है कि पहला प्यार कोई भुला नहीं पाता। लेकिन सच्चा प्यार बड़ी ही मुश्किल से किसी को नसीब होता है...आज की हाईटेक लाइफस्टाइल में प्यार की परिभाषा बदल गई है...प्यार भी हाईटेक हो गया है...लोग प्यार कई चीजें देखकर करने लगे हैं...मसलन जेब...सैलरी...लाइफस्टाइल...और इन सबसे बढ़कर ये मायने रखता है कि आप सामनेवाले से ज्यादा हाईप्रोफाइल… Continue

Added by Ratnesh Raman Pathak on April 6, 2010 at 7:30pm — 5 Comments

रफ़ी का इक सदाबहार नगमा..............

फिल्म-- हँसते जख्म

गाना-- हां ये माना मेरी जान मोहब्बत सजा है

गायक-- मोहम्मद रफ़ी



तौबा तौबा ये जवानी ये जवानी का गुरूर

इश्क के सामने सर फिर भी झुकाना ही परा

कैसा कहते थे ना आयेंगे ना आयेंगे

मगर दिल ने इस तरह पुकारा तुम्हे आना ही परा



ये माना मेरी जान मुहब्बत सजा है

मजा इसमें इतना मगर किसलिए है

वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी

वोही बेककारी उधर किसलिए है



बहलना ना जाने बदलना ना जाने

तमन्ना मचल के सम्हलना… Continue

Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 5, 2010 at 11:48pm — 6 Comments

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