भूख-वहशी , भ्रम -इबादत वजह क्या है
हो गयी नंगी सियासत, वजह क्या है ?
मछलियों को श्वेत बगुलों की तरफ से -
मिल रही क्या खूब दावत, वजह क्या है ?
राजपथ पर लड़ रहे हैं भेडिये सब…
ContinueAdded by Ravindra Prabhat on May 24, 2011 at 11:31am — 2 Comments
Added by Dr.Brijesh Kumar Tripathi on May 15, 2011 at 8:25am — 5 Comments
साथियो,
सादर वंदे,
मैं संगीत की साधना में रत उसका एक छोटा सा विद्यार्थी हूँ और कला एवं संगीत को समर्पित एशिया के सबसे प्राचीन " इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ " में एसोसिएट प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत हूँ...मुझे भी ग़ज़लें कहने का शौक़ है...मैं " साबिर " तख़ल्लुस से लिखता हूँ... अपनी लिखी दो ग़ज़लें आप सबकी नज़र कर रहा हूँ...नवाज़िश की उम्मीद के साथ......
= एक =
रूह शादाब कर गया कोई.…
ContinueAdded by डॉ. नमन दत्त on May 14, 2011 at 9:00am — 13 Comments
Added by Hilal Badayuni on May 14, 2011 at 5:30am — 8 Comments
Added by sanjiv verma 'salil' on May 12, 2011 at 3:57pm — 2 Comments
मेरे आत्मीय बाबा नागार्जुन
[महेंद्रभटनागर]
बाबा नागार्जुन (मैथिली भाषा के कवि ‘यात्री’ / घर का नाम — वैद्यनाथ मिश्र) का जन्म सन् 1911; ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा (जून) के दिन बताया जाता है।…
ContinueAdded by MAHENDRA BHATNAGAR on May 6, 2011 at 10:30am — 2 Comments
Added by sanjiv verma 'salil' on May 3, 2011 at 2:01pm — 5 Comments
Added by AjAy Kumar Bohat on April 27, 2011 at 4:30pm — 4 Comments
Added by rajni chhabra on April 24, 2011 at 4:30pm — 7 Comments
नवगीत
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Added by Rana Pratap Singh on April 13, 2011 at 10:00am — 13 Comments
Added by Rajeev Kumar Pandey on April 12, 2011 at 9:30pm — 6 Comments
Added by अमि तेष on April 8, 2011 at 2:00pm — 14 Comments
Added by neeraj tripathi on March 26, 2011 at 3:25pm — 15 Comments
Added by sanjiv verma 'salil' on March 31, 2011 at 12:06pm — 3 Comments
Added by rajkumar sahu on April 4, 2011 at 12:09am — 3 Comments
Added by Abhinav Arun on April 3, 2011 at 2:47pm — 2 Comments
Added by sanjiv verma 'salil' on March 21, 2011 at 6:40pm — 7 Comments
Added by Abhinav Arun on March 20, 2011 at 6:30pm — 18 Comments
हर उर भरे रंग हर होली कर संग
(मधु गीति सं. १७३३, दि. २० मार्च, २०११)
हर उर भरे रंग, हर होली कर संग;…
ContinueAdded by GOPAL BAGHEL 'MADHU' on March 20, 2011 at 1:49pm — 2 Comments
Added by sanjiv verma 'salil' on March 19, 2011 at 11:52pm — 2 Comments
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