जिजीवषा जो इन्सा की
वह नहीं कभी भी हारेगी
जन-जन तक पहुँचाने सुविधा
अपने श्रम बल को वारेगी
उत्पाती कोरोना की यह
सघन श्रृंखला टूटेगी
जकड़न से पाश मुक्त होकर
मानवी हताशा छूटेगी
गहन बुद्धि अन्वेषण से
वैज्ञानिक युक्ति निकालेगा
निर्मित कर अचूक औषधियाँ
इसको तो जड़ से मारेगा
भय जाएगा मन से समूल
कीटाणु सर्वदा हारेगा
मास्क, शुद्धता, शारीरिक
दूरी का भूत…
ContinueAdded by Usha Awasthi on September 8, 2021 at 9:58pm — 4 Comments
2122 - 2122 - 212
करते हो इतनी जो ये तकरार तुम
कैसे दिलबर के बनोगे यार तुम
तौलते हो प्यार भी मीज़ान में
प्यार को समझे हो क्या व्यापार तुम
इश्क़ में जब तक न होगी हाँ में हाँ
हो नहीं सकते कभी दिलदार तुम
हम-ज़बाँ हों इश्क़ में - पहला सबक़
सीख कर करना वफ़ा इज़हार तुम
जानेमन जज़्बात को समझे बिना
पा नहीं सकते किसी का प्यार तुम
दिल के…
ContinueAdded by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी on September 7, 2021 at 5:59pm — 13 Comments
मलाई की मिठाई बेचते बेचते मंगनी हलवाई का नाम चल निकला था।वह दूधवालों से खास मौकों पर दूध लेता।मिठाई बनाता।बेचता। बानगी के तौर थोड़ा थोड़ा दूध देनेवालों को चखने भर दे देता। वाह वाह होती।क्या खूब मिठाई बनाता है अपुन का मंगनी,ऐसा सब कहते फिरते।मंगनी की शोहरत बढ़ती।मिठाई की मांग में इजाफा होता।वह मालामाल होता।
आज फिर उसने दूधवालों से दूध पहुंचाने की अपील कर डाली।शर्तें हैं कि हर दूधवाला खुद उसके यहां दूध पहुंचाए।पेठवना नहीं चलेगा। और हां,अब जो मिठाई बनेगी उसे दूध…
Added by Manan Kumar singh on September 6, 2021 at 3:00pm — 4 Comments
अनेकानेक देशो की संस्कृति में शिक्षकों क़े सम्मान में पूरी दुनिया झुकती हैं। भारतीय संस्कृति में जहाँ शिष्य अपने गुरु के पैर धोते हैं वही दक्षिण कोरिया में शिष्यों के पैर शिक्षक घुटने के बल बैठकर धोते हैं। शिक्षक ज़िंदगी की पाठशाला में सबक पढ़ाने- सिखाने और व्यवहारिक जीवन में उतारने वाले,हर अक्षर को शब्द मूल्यो में सार्थक कर कामयाबी की सीढ़ी पार कराते…
Added by babitagupta on September 6, 2021 at 1:30pm — 1 Comment
जो कही नहीं तुमसे, मैं वो ही बात कहता हूँ
चलो मैं भी तुम्हारे संग कदम दो चार चलता हूँ
चाहत थी यही मेरी तू भी साथ चल मेरे
न बंदिश हो ना दूरी हो रहूँ जब साथ मैं तेरे
लूटा दूँ ये जवानी मैं बस इस दो पल की यादों में
छुपा लूँ आखँ में अपने न बहने दूँ मैं पानी में
दिखाता हूँ जो नज़रों से, जुबा से कह ना पाऊँगा
हूँ रहता साथ मैं हरदम पर तेरा हो ना पाऊँगा
हक़ीक़त है यही मेरी मैं तुझसे प्यार करता हूँ
तू वाकिफ है मेरे सच से मैं कितना तुझपे मरता…
Added by AMAN SINHA on September 6, 2021 at 12:28pm — 4 Comments
कहते हैं सब यही ,बस मुस्कुराते रहिए
लेकिन जनाब बड़ी शातिर होती है ये मुस्कुराहट
दिल का सुकून होती है,किसी की मुस्कुराहट
तो चैन छीन लेती दिलों का ,कोई मुस्कुराहट
प्यार का दरिया बहाती बच्चे की मासूम मुस्कुराहट
और विचलित कर जाती मन को,व्यंग भरी मुस्कुराहट
ना जाने क्यों लोग बेवजह भी मुस्कुराते हैं
ना जाने कौन सा ग़म उस हंसी में छुपाते हैं
कभी ख़ुशी से खिलखिलाते चेहरे
नमी आँखों की बन आंसू ले आते हैं
तो दोस्तों ये…
ContinueAdded by Veena Gupta on September 5, 2021 at 12:41am — 2 Comments
पर्व गुरुओं का मनाते आज हम
और मन के पास आते आज हम।१।
*
पुष्प भावों के चढ़ाते आज हम
शीष श्रद्धा से झुकाते आज हम।२।
*
है मिला हर ज्ञान उन से ही हमें
मान उनको दे जताते आज हम।३।
*
सीख उनकी आचरण में ढालकर
कर्ज किंचित यूँ चुकाते आज हम।४।
*
आब भर कर है सितारों सा किया
हर चमक उन से, बताते आज हम।५।
*
ज्ञान दाता बढ़ बिधाता से हैं तो
यश उन्हीं…
Added by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on September 4, 2021 at 1:35pm — 13 Comments
अंजाना सफर तनहाई का डेरा
उदासी का दिल मे था उसके बसेरा
साँवली सी आंखो पर पालको का घेरा
भुला नहीं मैं वो चमकता सा चेहरा
आंखे भरी थी और लब सील चुके थे
दगा उसके सीने मे घर कर चुके थे
था कहना बहूत कुछ उसको भी लेकिन
धोखे के डर से वो लफ्ज जम चुके थे
हाले दिल चेहरे पर दिखता था यू हीं
के ग़म को छुपाने की कोशिश नहीं थी
दिल चाहता तो था संग उसके चलना
मगर साथ चलने की कोशिश नहीं थी
कहा कुछ नहीं पर समझा दिया सब
ना बाकी रहा…
Added by AMAN SINHA on September 4, 2021 at 11:55am — 2 Comments
चाँद -चाँदनी पर दोहावली ......
देख रहा है चाँदनी , आसमान से चाँद ।
मिलने आया झील में , नीले नभ को फाँद।1।
देख चाँद को चाँदनी ,करे झील पर रक्स ।
सिमट गया है चाँद का, उजियारी में अक्स ।2।
चाँद फलक का ख़्वाब तो, धवल चाँदनी नूर ।
वीचि -वीचि क्रीड़ा करे, सोम प्रीत में चूर ।3।
विभा चाँद की देखती, तारों वाली रात ।
नील झील से कौमुदी, करे चाँद से बात ।4।
छुप-छुप देखे चंद्रिका, अपने विधु का रूप ।
बिम्ब चाँद…
Added by Sushil Sarna on September 3, 2021 at 3:55pm — 5 Comments
Added by Rachna Bhatia on September 3, 2021 at 11:04am — 6 Comments
2122 2122 2122 212
बिन मेरे जब दिल तुम्हारा जीने के काबिल हुआ।
देख ले मझधार ही मेरे लिए साहिल हुआ।
जो नहीं है पास अपने उसकी बेचैनी के साथ,
उसको जाया कर दिया है जो हमें हासिल हुआ।
सामने आकर खड़ी हो जाती हैं सूरत कईं,
खुद में खुद को खोजना मेरे लिए मुश्किल हुआ।
कह नहीं पाया मैं अपने दिल की सारी बात पर,
तू मेरी ग़ज़लों में लगभग हर दफा शामिल हुआ।
वेदनाओं के सफर में साथ है तू हर घड़ी,
और तेरा…
Added by मनोज अहसास on September 2, 2021 at 11:51pm — 3 Comments
1
सांसारिक कर्मों संग, याद रहे प्रभु नाम।
ईश कृपा बनी रहे, बन जाएँ सब काम॥
2.
जैसा जैसा समय हो, वैसे होते काम।
चिंता काहे हम करें, मदद करें श्री राम॥
3.
कोमल तन कटि क्षीण सी, सुंदर मोहक रूप।
वेणी नागिन सी बनी, चंचल नयन अनूप ॥
4.
कर्म कमाई आपकी, बदले सब संस्कार।
अनुचित अर्जित संपदा, हो दुख का आधार॥
5.
दुर्योधन ने कब किया,…
ContinueAdded by Om Parkash Sharma on September 2, 2021 at 2:30pm — 3 Comments
हमें पाकर भी उन्हें क्या मिलेगा
पल भर की खुशी फिर रोज़ हीं जलेगा
चाहे कहे या ना कहे वो होठों से मगर
ये सिलसिला तो अब रोज़ हीं चलेगा
नही पता उसने ऐसा क्यों किया
हमें जानकर भी अपना दिल क्यों दिया
ज़ख़्म उसे सुकून देते हैं शायद
तभी उसने दर्द से अपना दामन भर लिया
मेरी लाख लानतों के बाद भी
क्यों वो हर रोज़ चला आता है
लगता है उसे…
ContinueAdded by AMAN SINHA on September 2, 2021 at 11:00am — 6 Comments
कहो सूरमा! जीत लिए जग?
तुम्हें पता है जीत हार का?
केवल बारूदों के दम पर
फूँक रहे हो धरती सारी
नफरत की लपटों में तुमने
धधकाई करुणा की क्यारी
कितना आतंकित है…
ContinueAdded by आशीष यादव on September 2, 2021 at 1:00am — 5 Comments
आज जब सुबह मैं सैर कर रहा था , तब इक आवाज़ मेरे कानों से टकराई ,साहिब जी नमस्कार ।
मैंने खुद को रोका और उस पर नज़र डाली, आज उसने बहुत सुंदर लाल कमीज़,काली ऐनक और सिर पे टोपी पहनी हुई थी ।
धीरे से उस ने अपनी ट्राई साइकिल मेरे पास लाते हुए कहा,"साहिब जी, आज भोले नाथ का जन्मदिन है ,आज कुछ हो जाए,ये मुझे समझ आ गया था ।"क्योंकि वह जब भी मुझे मिलता, उस को उम्मीद होती कि मैं उसे कुछ पैसे दूं।"
"नहीं भाई, आज शिव रात्रि नहीं, भाई आज तो जन्माष्टमी है ।"
"मैंने उस की ट्राईविलर के…
Added by मोहन बेगोवाल on September 1, 2021 at 5:00pm — 2 Comments
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