“तुमने ठीक से शूट किया न?”रियान ने पूछा|
“येस येस ऑफकोर्स बड्डी, पूरा शूट कर लिया" कैमरा दिखाते हुए डोडो ने कहा |
" लेकिन एक बात बता व्हाई डिड यू चूज हिम ओनली? इसे ही क्यों चुना तुमने?”डोडो ने आगे पूछा |
“ ही वाज़ एन इन्डियन यार.... क्या फर्क पड़ता है कोई अपना थोड़े ही था और मेरे इस लास्ट टास्क में यही ऑर्डर था कि विदेशी होना चाहिए पर ये शूट करना अब तो बंद कर यार अभी भी क्यूँ ऑन किया हुआ है कैमरा” रियान बोला|
ठांय ठांय ठांय...”सॉरी बड्डी मेरा भी…
ContinueAdded by rajesh kumari on November 2, 2017 at 11:06am — 8 Comments
काफिया आम, रदीफ़ : बहुत है
बह्र : २२१ १२२१ १२२१ १२२ (१)
अकसीर दवा भी अभी’ नाकाम बहुत है
बेहोश मुझे करने’ मय-ए-जाम बहुत है |
वादा किया’ देंगे सभी’ को घर, नहीं’ आशा
टूटी है’ कुटी पर मुझे’ आराम बहुत है |
प्रासाद विशाल और सुभीता सभी’ भरपूर
इंसान हैं’ दागी सभी’, बदनाम बहुत हैं |
है राजनयिक दंड से’ ऊपर, यही’ अभिमान
शासन करे स्वीकार, कि इलज़ाम बहुत है |
साकी की’ इनायत क्या’ कहे,दिल का…
ContinueAdded by Kalipad Prasad Mandal on November 2, 2017 at 8:24am — 2 Comments
(22 22 22 22)
क्यूँ है तू बीमार मेरे दिल
गम से यूँ मत हार मेरे दिल
तय है इक दिन मौत का आना
इस सच को स्वीकार मेरे दिल
पहले ही से दर्द बहुत हैं
और न ले अब भार मेरे दिल
सुनकर भाषण होश न खोना
ये सब है व्यापार मेरे दिल
कौन यहाँ पर कब बिक जाए
रहना तू हुशियार मेरे दिल
झूठ खड़ा है सीना ताने
सच तो है लाचार मेरे दिल
दिल के कोने में रहने दे
प्यार…
ContinueAdded by नादिर ख़ान on November 2, 2017 at 12:30am — 7 Comments
Added by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on November 1, 2017 at 7:51pm — 4 Comments
उसका बेहद अपनेपन से आना
नज़ाकत से छूना
अपनी सधी हुई उँगलियों से थामना
महसूस करना तपिश को
सुबह शाम जब चाहे...
दूर न रह पाने की
उसकी दीवानगी,
ये चाह कि उसके बिन पुकारे ही
सुन ली जाए उसकी हर उसकी धड़कन,
न न नहीं पसंद उसे अनावश्यक मिठास
न ही कृत्रिमता भरा कोई भी मीठापन
चाहे फीकी हो…
Added by Dr.Prachi Singh on November 1, 2017 at 2:00pm — 9 Comments
Added by Samar kabeer on November 1, 2017 at 11:44am — 61 Comments
सहम कर सिहरने लगता है
धमनियों में दौड़ता रक्त,
काँपने लगती है रूह,
खिंचने लगतीं हैं सब नसें,
मुस्कुराहट कहीं दुबक जाती है,
हर इच्छा कहीं खो जाती है,…
ContinueAdded by Dr.Prachi Singh on November 1, 2017 at 11:30am — 10 Comments
Added by Manan Kumar singh on November 1, 2017 at 9:58am — 4 Comments
1222 1222 1222 1222
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जिधर देखो उधर मिहनत कशों की ऐसी हालत है-
ग़रीबों की जमा अत पर अमीरों की क़यादत…
ContinueAdded by SALIM RAZA REWA on November 1, 2017 at 9:30am — 15 Comments
Added by Mohammed Arif on November 1, 2017 at 8:30am — 24 Comments
Added by Sheikh Shahzad Usmani on November 1, 2017 at 1:22am — 12 Comments
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